माँ जगतजननी जगदम्बा की आराधना और कृष्ण पक्ष क़ी अष्टमी का ब्रत सारे सुखों का सार: शिवबहादुर सिंह

डेस्क न्यूज। माँ जगतजननी जगदम्बा की आराधना और कृष्ण पक्ष क़ी अष्टमी का ब्रत सारे सुखों का सार हैं। परिवार के सदस्य व्रत जरूर रखें। यह व्रत अत्यधिक फलदायी है। हम लोगों से बहुत न्युनताये भी हो रही हैं। हम लोग अपने परिवार के सभी सदस्यों को महाआरती में लेकर नहीं जाते हैं। परिवार के प्रत्येक सदस्यों को महाआरती में ले जाना अत्यन्त आवश्यक है। जो व्यक्ति नहीं जाएगा वो लाभ से वंचित हो जाएगा। हम लोगों में बहुत सारे लोग अपने अपने घरों में आरती और चालीसा पाठ क्रम कराना जरूरी नहीं समझते हैं।
आरती क्रम, 5 घंटे का पाठ क्रम और 24 घंटे का क्रम जरूर कराइये। जिले में हो रही आरती क्रमों बहुत लोग जाना जरूरी नहीं समझते हैं। जन जागरण के क्रमों का अत्यधिक लाभ प्राप्त करना चाहिये। बहुत सारे लोग शिविर में अपने परिवार के सदस्यों को लेकर नहीं जाते हैं , ये उचित कार्य नहीं है। अतः सभी लोगों को शिविर का लाभ जरूर दिलाएं। हम जानबूझकर बहुत सारी न्यूनतायें करते हैं। हमें नियमित रूप से गुरुवर द्वारा निर्देशित क्रमों का पालन जरूर करना चाहिये। नित्य प्रति गुरुदेव द्वारा प्रदान किये गये मंत्रों का जाप और नित्य साधना क्रम अवश्य करना चाहिये । हम लोगों से एक बड़ी न्यूनता और हो रही है कि हम लोग अन्य लोगों को गुरुदेव जी क़ी विचारधारा से अवगत कराने में तत्परता नहीं दिखाते हैं।
आप जितना ज्यादा लोगों को संगठन से जोड़ेंगे उतना ज्यादा आपको लाभ प्राप्त होता जाएगा। गुरुदेव जी अपनी साधना क़ी ऊर्जा हम लोगों पर लूटा रहे हैं पर हम लोग अन्मयस्क रूप से जीवन व्यतीत कर रहे हैं। आइये इस नूतन वर्ष में हम लोग संकल्प लें कि गुरुदेव जी क़ी विचारधारा का शत प्रतिशत पालन करने का प्रयास करेंगे। अन्त में मैं आप लोगों से एक निवेदन जरूर करूँगा कि गुरुदेव जी का सानिध्य बार-बार प्राप्त नहीं होगा। अतः अधिक से अधिक लाभ इसी जीवन में प्राप्त कर लीजिये,जिससे कभी भी पश्चाताप ना करना पड़े।
शिव बहादुर सिंह- संगठन मंत्री भगवती मानव कल्याण संगठन शाखा फरीदाबाद (हरियाणा )