जल्द होगा उस गाड़ी का खुलासा, जिसकी वजह से आला अधिकारी नारायण पर हैं मेहरवान
जिला पंचायत सीईओ तपस्या सिंह परिहार सीईओ हर्ष खरे एवं चक्रेश जैन पीओ मनरेगा के रहते नारायण तिवारी पंचायत इंस्पेक्टर को क्यों बनाये हैं चहेता

छतरपुर। जिला पंचायत सीईओ तपस्या सिंह परिहार आखिरकार क्यों मेहरबान है भ्रष्टाचार के आरोप लगने वाले नारायण तिवारी पर और क्या हैं उस गाड़ी का राज जिसकी वजह से नारायण बना चहेता हम करेंगे हर चीज का खुलासा सबूतों के साथ।
हमेशा से लगातार भ्रष्टाचार के लग रहे आरोप ऑडियो में साफ तौर पर सुनाई दे रहा किस तरीके से मांग रहा है पैसे पूर्व भाजपा विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी ने भी सीएम को पत्र लिखकर नारायण तिवारी के भ्रष्टाचार की शिकायत कर कार्यवाही की मांग की, फिर भी प्रधानमंत्री आवास जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं का बनाया गया।
प्रभारी जिला पंचायत में एपीओ के पद पर बैठाया गया नारायण तिवारी को हालांकि संचनालय भोपाल से आदेश है लेकिन उस आदेश में साफ तौर पर लिखा है कि जब तक आपको उनकी आवश्यकता हो तब तक आप इनसे काम ले सकते हैं उसके बाद इनको तत्काल प्रभाव से आप उनके मूल पद पर वापस भेज भी सकते हैं जिला पंचायत में हर्ष खरे सीईओ एवं चक्रेश जैन पी ओ के साथ करीब दो तकनीकी सहायक जिला पंचायत में उपस्थित हैं लेकिन चार्ज नारायण तिवारी को दे रखा है यह समझ के परे हैं।
समय-समय पर नारायण तिवारी के ऊपर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोप हो रहे ऑडियो वायरल उसके बाद भी नारायण तिवारी पर अधिकारी मेहरबान इससे तो ऐसा लग रहा है कि कहीं वरिष्ठ अधिकारी भी इस भ्रष्टाचार का हिस्सा तो नहीं ऐसी जन चर्चा शहर में मची हुई है जब आपके पास मुख्यालय पर एपीओ मौजूद है तो फिर क्यों पंचायत इंस्पेक्टर को चार्ज दे रखा है जबकि फुल फ्रेश एपीओ जिला पंचायत में अटैच है और उसके पास वैसा कोई काम नहीं है तो उनसे क्यों नहीं सेवाएं ली जा रही यह एक बहुत बड़ा विचारणीय प्रश्न है जिसको लेकर शहर में तरह-तरह की चर्चा की जा रही है!