नंदीबाला मंदिर में हुआ रंगोत्सव का रंगारंग कार्यक्रम
राधा-कृष्ण सजीव झांकी व बुंदेली फागें रही आकर्षण का केंद्र, भक्त व भगवान बीच नृत्यगान से परिपूर्ण रही सांस्कृतिक संध्या

छतरपुर। प्रेम उल्लास भक्ति व भाईचारे के प्रतीक रंगोत्सव पर्व होली के उपलक्ष्य में सनातन धर्म सेवा समिति द्वारा स्थानीय ग्वालमगरा तालाब के पास स्थित नंदीबाला मंदिर में भव्य होली महोत्सव का आयोजन किया गया जिसमें उपस्थित श्रद्धालुओं ने भगवान के साथ होली खेल कर भजनों व फागों का आनंद लिया ।
सनातन धर्म सेवा समिति के अध्यक्ष पं. सौरभ तिवारी ने बताया कि इंद्रधनुषीय रंगों के पावन रंगोत्सव पर्व पर विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी शहर के प्राचीन नंदीबाला मंदिर में भक्ति भाव से परिपूर्ण भव्य व दिव्य होली महोत्सव का पारंपरिक धार्मिक आयोजन किया गया।
उक्त कार्यक्रम में राधा कृष्ण की सुंदर सजीव झांकी सजाकर कर फूलों से जमकर होली खेली गई साथी दूरदर्शन आकाशवाणी के लोक कलाकारों द्वारा पारंपरिक होली गीतों व बुंदेली फागों के गायन की रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई जिनको सुनकर लोग मंत्रमुग्ध व आनंदित हो उठे । भक्तों ने भगवान के साथ ने देर रात तक नृत्यगान करते हुए हुए होली महोत्सव की भक्ति, श्रृद्धा व कला से परिपूर्ण धर्म संध्या का आनंद लिया ।
मनमोहक सजीव स्वरूप व कलाकारों ने बांधा समां, गदगद हुए भक्तवृंद-
नंदीबाला के इस होली महोत्सव में एक ओर जहां भगवान कृष्ण व राधा की आकर्षक सजीव झांकी सबका मन मोह रही थी तो वहीं दूसरी ओर फगुवारों के रूप में उपस्थित बुंदेली लोक कलाकारों की रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां सुनकर लोग मंत्रमुग्ध हो गए। दूरदर्शन व आकाशवाणी गायक कलाकार रामसिंह राय अर्पण, नीलम तिवारी, दशरथ हंसमुख आदि ने एक से बढ़कर होली फागों व भजनों से समां बांध दिया। इनके साथ ही श्यामशरण सोनकिया, रामप्रकाश मिश्रा,रवि पाठक, हाकिम सिंह, अमित द्विवेदी, मयंक तिवारी, मालती सिंह, शिप्रा तिवारी, सुनीता चौरसिया आदि कलाकारों अपनी प्रस्तुतियां दी। जिनके रंग में सभी श्रृद्धालुजन झूमते नजर आए।
समापन अवसर पर बुंदेली संस्कृति परंपरा को सहेजने वाले लोक कलाकारों का सम्मान मंदिर के पुजारी पं. हरगोविंद तिवारी (पप्पू महाराज) व सनातन धर्म सेवा समिति द्वारा किया गया एवं नंदीबाला मंदिर पब्लिक ट्रस्ट ने सभी आगंतुको का आभार प्रकट किया। उक्त रंगोत्सव कार्यक्रम में शहर के विभिन्न सामाजिक, धार्मिक संगठनों के लोग, व्यापारी, पत्रकार, मातृशक्ति, गणमान्य नागरिक व श्रृद्धालुजन उपस्थित रहे ।