ग्रामीणों ने कहा,खाद्यान्न पर्ची के नाम पर पैसे मांगता है रोजगार सहायक
ग्रामीणों ने कलेक्टर से की शिकायत,सचिव ने जिपं सीईओ को सौंपा ज्ञापन

छतरपुर। ग्राम पंचायत देरी के सचिव ने मंगलवार को जिला सीईओ को आवेदन सौंपते हुए रोजगार सहायक को नियुक्त करने की मांग की है। उन्होंने बताया कि रोजगार सहायक को नगर पालिका छतरपुर के वार्ड क्र.33 में बीएलओ होने से ग्राम पंचायत देरी के कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
जिला सीईओ को सौंपे पत्र में देरी के सचिव ने बताया कि रोजगार सहायक कैलाश पटेल ग्राम में मौजूद नहीं रहते जिससे ईकेवाईसी, आयुष्मान कार्ड जैसी शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में अन्य रोजगार सहायक की ग्राम पंचायत में नियुक्ति की जाए जिससे शासन की योजनाओं का लाभ ग्रामीणों एवं बुजुर्गों को मिल सके।
ग्रामीणों ने कलेक्टर से की थी रोजगार सहायक की शिकायत
इसी तरह बीते 24 अक्टूबर को ग्राम देरी से आए दर्जनों ग्रामीणों ने रोजगार सहायक की शिकायत कलेक्टर से की थी। शिकायत में ग्रामीणों ने बताया था कि रोजगार सहायक कैलाश पटेल लगभग 10 माह से देरी में पदस्थ हैं जबकि उनकी मूल पंचायत कूड़ है।
ग्रामीणों ने कहा था कि देरी का खाद्यान्न पर्ची का पासवर्ड रोजगार सहायक के पास होने से खाद्यान्न पर्ची का कार्य नहीं हो पा रहा है। वे खाद्यान्न पर्ची जारी करने के नाम पर रूपयों की मांग करते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि तहसीलदार द्वारा गरीबी रेखा के राशनकार्ड जारी किए गए थे जिसमें खाद्यान्न पर्ची बनवाने के लिए रोजगार सहायक कैलाश पटेल खाद्यान्न पर्ची के पोर्टल पर डालने के सभी से दो-दो हजार रूपए लिए हैं।
उन्होंने बताया कि कुछ लोगों के नाम खाद्यान्न पर्ची से हटा दिए हैं जब हम नाम जुड़वाने के लिए कहते हैं तो वे दो सौ से पांच सौ रूपए प्रति नाम की मांग करते हैं। ग्रामीणों ने कलेक्टर से रोजगार सहायक की शिकायत कर जांच कराने की मांग की थी। शिकायत करने आए ग्रामीणों में राघवेन्द्र सिंह, दिलीप सिंह, ममता रैकवार, बलराम सिंह, बंदू सिंह, नत्थू, अश्वनी, हरदेव, रेनू, कल्लू तिवारी, भागवती कुशवाहा, मानिकलाल, अमोल सिंह सहित दर्जनों लोग मौजूद रहे।