स्वामी विवेकानंद युवाओं के प्रेरणा स्रोत थे : डॉ० घनश्याम भारती
कैरियर गाइडेंस हेतु कार्यशाला का आयोजन

सागर। शासकीय महाविद्यालय शाहपुर में स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष्य में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ० घनश्याम भारती की अध्यक्षता में स्वामी विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ के तत्वावधान में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की संयोजक स्वामी विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ की प्रभारी डॉ० रेखा राय ने संचालन किया।
डॉ० घनश्याम भारती ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा की स्वामी विवेकानंद युवाओं के प्रेरणा थे, जिन्होंने युवाओं को स्वस्थ्य, कर्मठ एवं अनुशासित बनने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को स्वामी विवेकानंद के पदचिन्हों पर चलकर मेहनत और लगन के साथ अपने व्यक्तित्व का विकास करना चाहिए। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ० भारती ने छात्रों को पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधायक माननीय पंडित गोपाल भार्गवजी द्वारा महाविद्यालय के भवन निर्माण हेतु यथाशीघ्र भूमि आवंटित होने की सूचना दी जिससे छात्रों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई।
कार्यक्रम में डॉ० भारती ने स्वामी विवेकानंद के जीवन और दर्शन पर प्रकाश विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला। डॉ० शादाब अनवर खान ने विज्ञान के क्षेत्र में छात्रों के लिए रोजगार के अवसर के विषय में वक्तव्य दिया। डॉ० खुशबू त्रिपाठी ने छात्र-छात्रों को अपनी पसंद के आधार पर कैरियर चुनने की बात कही। डॉ० राजेंद्र खरे ने शिक्षा और व्यक्तित्व विकास के बीच अंतर संबंधों की बात रखी। उन्होंने बताया कि कैसे छोटे-छोटे अवसरों को चुनकर एक अच्छे कैरियर को चुना जा सकता है। कार्यशाला में महाविद्यालय के शिक्षक डॉ० डाॅली लाचरवार, देवेंद्र लाहोरिया, नीतेश नामदेव, डॉ०दीपिका तिवारी, डॉ० रश्मि पटेल, नीतेश गौड़, धनसिंह गौड़, सौरभ नेमा तथा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।