कहीं निष्कासन से बचने के लिए तो नहीं रेखा यादव वरिष्ठ नेताओं को शुभकामनाएं देने पहुंची भोपाल
पूरे चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को हराने का करती रहीं प्रयास, पार्टी से भी की इन्होंने दगाबाजी

भोपाल। पिछले दिनों संपन्न हुए विधानसभा चुनाव के दौरान बिजावर विधानसभा में तमाम तरह के उतार-चढ़ाव देखने को मिले, हालांकि अंतत: यहां के पूर्व विधायक राजेश शुक्ला बबलू को जनता ने एक बार फिर अपना प्रतिनिधि चुनकर विधानसभा भेजा है। चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी के साथ दगाबाजी करने वाली रेखा यादव का दोहरा चरित्र देखने को मिला है।
दरअसल चुनाव के दौरान भाजपा से बगावत करने वाली रेखा यादव लखनऊ से समाजवादी पार्टी का टिकिट लेकर आई थीं और नामांकन भरा था लेकिन बाद में कांग्रेस प्रत्याशी से लेन-देन कर उन्होंने अपना नामांकन वापिस ले लिया। इतना ही नहीं नामांकन वापिस लेने के बाद अपनी उसी पार्टी के प्रत्याशी को हराने का उन्होंने भरसक प्रयास किया जिसके टिकिट पर वे बड़ामहलरा विधानसभा से विधायक रह चुकी हैं। पूरे चुनाव में रेखा यादव के द्वारा क्षेत्र में यह प्रयास किए गए कि राजेश शुक्ला बबलू इस को जीत न सकें लेकिन जनता के उनके बहकावे में नहीं आई और अपने चहेते नेता राजेश शुक्ला बबलू को अपार आशीर्वाद देकर विजयी बनाया। इतना ही नहीं जब तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जब बिजावर में सभा करने आए, तब भी रेखा यादव कार्यक्रम में से लापता रहीं। लेकिन अब जैसे ही रेखा यादव ने प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते देखी तो एक बार फिर अपना रंग बदला और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करने भोपाल जा पहुंची।
बीते रोज सामने आई तस्वीरों में शीर्ष नेताओं को पुष्पगुच्छ भेंटकर शुभकामनाएं देती नजर आ रही हैं, जबकि कुछ दिन पहले तक न सिर्फ वे भाजपा के ही प्रत्यायशी को हराने का प्रयास कर रहीं थीं बल्कि अपने सोशल मीडिया अकाउंट से उन्होंने भाजपा का नाम और चिन्ह तक हटा दिए थे। राजनैतिक जानकारों की मानें तो रेखा यादव शीर्ष नेताओं को इसलिए साधने का प्रयास कर रहीं हैं ताकि भाजपा से उनका निष्कासन न हो। सोशल मीडिया पर जो तस्वीरें सामने आई हैं उनमें रेखा यादव भोपाल में शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन मंत्री हितानंद शर्मा से मुलाकात करते हुए नजर आ रही हैं।